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जीनोम इंडिया परियोजना

11.01.2025

 

जीनोम इंडिया परियोजना

 

प्रारंभिक परीक्षा के लिए: जीनोम इंडिया परियोजना के बारे में, जीनोम इंडिया परियोजना के उद्देश्य

 

खबरों में क्यों?            

भारत के प्रधान मंत्री ने जीनोम इंडिया परियोजना के सफल समापन की सराहना की और इसे भारत के अनुसंधान परिदृश्य में एक ऐतिहासिक कदम बताया।

 

जीनोम इंडिया परियोजना के बारे में:

  • यह भारत की जनसंख्या की आनुवंशिक विविधता का मानचित्रण करने के लिए जनवरी 2020 में शुरू की गई एक राष्ट्रीय पहल है ।
  • यह एक बहु-संस्था संघ परियोजना है जो भारत सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा समर्थित और वित्तपोषित है।
  • इसका उद्देश्य बड़े पैमाने पर जीनोम अनुक्रमण के माध्यम से भारत की जनसंख्या की आनुवंशिक विविधता को समझना है।

जीनोम इंडिया परियोजना के उद्देश्य:

  • भारतीयों में आनुवंशिक विविधताओं (सामान्य, कम आवृत्ति, दुर्लभ, एकल न्यूक्लियोटाइड बहुरूपता, या एसएनपी, और संरचनात्मक विविधताएं) की एक विस्तृत सूची बनाएं ।
  • भारतीयों के लिए एक संदर्भ हैप्लोटाइप संरचना बनाएँ। इस संदर्भ पैनल का उपयोग भविष्य के अध्ययनों में लुप्त आनुवंशिक भिन्नता को दर्शाने के लिए किया जा सकता है।
  • अनुसंधान और निदान के लिए किफायती लागत पर जीनोम-व्यापी सरणियाँ डिजाइन करना।
  • भविष्य में अनुसंधान में उपयोग के लिए एकत्रित डीएनए और प्लाज्मा के लिए एक बायोबैंक स्थापित करना।

परियोजना की मुख्य विशेषताएं:

○10,000 व्यक्तियों का जीनोम अनुक्रमण: परियोजना ने 99 जातीय समूहों को कवर करते हुए 10,074 नमूनों के जीनोम का सफलतापूर्वक अनुक्रमण किया।

○आनुवंशिक डाटाबेस का निर्माण: डाटा को भारतीय जैविक डाटा केंद्र में सुरक्षित रूप से संग्रहीत किया जाएगा और यह शोधकर्ताओं के लिए संदर्भ के रूप में काम करेगा।

○सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए आनुवंशिक अंतर्दृष्टि: अध्ययन से अद्वितीय आनुवंशिक विविधताएं सामने आईं, जिनमें से कुछ का नैदानिक ​​महत्व भी है, जिससे सटीक चिकित्सा का मार्ग प्रशस्त हुआ।

○चरण 1 विश्लेषण: 5,750 नमूनों की विस्तृत गुणवत्ता जांच और संयुक्त जीनोटाइपिंग से भारतीय आबादी में पाई जाने वाली दुर्लभ आनुवंशिक विविधताओं का पता चला है।

  • यह 'जीनोम इंडिया' डेटाबेस अब दुनिया भर के शोधकर्ताओं के लिए जांच के लिए उपलब्ध होगा और इसे हरियाणा के फरीदाबाद स्थित भारतीय जैविक डेटा केंद्र (आईबीडीसी) में रखा गया है।
  • महत्व: यह आनुवंशिक और संक्रामक रोगों के उपचार को आगे बढ़ाने में मदद कर सकता है।

                                                              स्रोत: इंडिया टुडे

 

'जीनोम इंडिया प्रोजेक्ट' के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:

कथन-I: यह भारत की जनसंख्या की आनुवंशिक विविधता का मानचित्रण करने की एक पहल है।

कथन-II: यह विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा समर्थित और वित्त पोषित है।

 

उपरोक्त कथनों के संबंध में निम्नलिखित में से कौन सा सही है?

A. कथन-I और कथन-II दोनों सही हैं, और कथन-II कथन-I की सही व्याख्या है।

B. कथन-I और कथन-II दोनों सही हैं, और कथन-II कथन-I के लिए सही स्पष्टीकरण नहीं है।

C.कथन-I सही है, लेकिन कथन-II गलत है।

D.कथन-I गलत है, लेकिन कथन-II सही है।

 

उत्तर C

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