30.01.2025
लेज़िम नृत्य
प्रारंभिक परीक्षा के लिए: लेज़िम नृत्य के बारे में, छत्रपति संभाजी महाराज कौन थे?
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खबरों में क्यों?
हाल ही में मराठा शासक छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित आगामी बॉलीवुड फिल्म 'छावा' में लेज़िम नृत्य के एक दृश्य को लेकर महाराष्ट्र में विवाद पैदा हो गया है।
लेज़िम नृत्य के बारे में:
- यह एक लोक नृत्य है
- इसका नाम एक संगीत वाद्य के नाम पर पड़ा है - एक अनोखी लकड़ी की छड़ी , जिस पर झनझनाती झांझें लगी होती हैं, जिसे नर्तक नृत्य करते समय अपने साथ लेकर चलते हैं। नृत्य के साथ ढोल या ढलगी (छोटा ढोल) बजाया जाता है।
- लेज़िम एक प्रकार का संगीत वाद्ययंत्र है जिसका प्रयोग पारंपरिक रूप से सभी लोक नृत्यों में किया जाता था लेकिन आजकल इसका प्रयोग मुख्य रूप से गणेश जुलूस में किया जाता है ।
- लेज़िम नृत्य एक कठोर शारीरिक व्यायाम है जिसमें दो-दो, चार-चार और कभी-कभी एक वृत्त में नृत्य किया जाता है।
- इसमें कोई वायु या तार वाद्य नहीं होता, अक्सर कोई गीत संगत भी नहीं होती, लेकिन कभी-कभी कोई गीत गाया जा सकता है।
छत्रपति संभाजी महाराज कौन थे?
- वह छत्रपति शिवाजी महाराज के सबसे बड़े पुत्र थे।
- वह 1681 में अपने सौतेले भाई राजाराम के साथ खूनी उत्तराधिकार युद्ध के बाद सत्ता में आये।
- मुगल सम्राट औरंगजेब (1618-1707) उनका समकालीन था, जिसकी मुगल साम्राज्य को दक्कन की ओर विस्तारित करने की योजना के कारण अक्सर मराठों के साथ संघर्ष हुआ।
स्रोतः इंडियन एक्सप्रेस
हाल ही में खबरों में रहा लेज़िम नृत्य मुख्य रूप से किया जाता है:
A.केरल
B.राजस्थान
C.बिहार
D.महाराष्ट्र
उत्तर D