22.05.2025
अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार 2025
प्रसंग
मई 2025 में अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार संयुक्त रूप से बानू मुश्ताक (कनाडाई लेखिका) और उनकी अनुवादक दीपा बस्ती को प्रदान किया गया। यह पुरस्कार पहली बार किसी लघु कथा संग्रह को मिला है, जो वैश्विक रूप से साहित्यिक हलकों और सिविल सेवा अभ्यर्थियों के बीच चर्चा का विषय बन गया है।
समाचार का सार
- पुरस्कार बानू मुश्ताक और दीपा बस्ती को संयुक्त रूप से मिला।
- इनकी पुस्तक "Heart Lamp" — 12 लघु कहानियों का संग्रह है।
- बानू मुश्ताक एक 77 वर्षीय कन्नड़ लेखिका, वकील और सामाजिक कार्यकर्ता हैं।
- पुस्तक का अनुवाद कन्नड़ से अंग्रेज़ी में दीपा बस्ती ने किया।
पुरस्कार की विशेषताएँ
- यह पुरस्कार अंग्रेज़ी में अनूदित कथा साहित्य को दिया जाता है।
- किताब का यूके या आयरलैंड में प्रकाशित होना अनिवार्य है।
- 2005 में स्थापित (पहले मैन बुकर इंटरनेशनल कहलाता था)।
- £50,000 पुरस्कार राशि – लेखक और अनुवादक में समान रूप से बांटी जाती है।
- शॉर्टलिस्टेड लेखकों को £2,500 अतिरिक्त दिए जाते हैं।
- चयन प्रक्रिया में पहले 12–13 पुस्तकों की लॉन्गलिस्ट और फिर 6 की शॉर्टलिस्ट बनाई जाती है।
निष्कर्ष
इस वर्ष का अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार यह दर्शाता है कि साहित्यिक उत्कृष्टता किसी भी भाषा में हो सकती है। यह पुरस्कार लेखक और अनुवादक दोनों को सम्मानित करता है, जिससे स्थानीय कहानियों को वैश्विक मंच मिल रहा है और विविध भाषाओं की प्रतिनिधित्व को बढ़ावा मिलता है।