22.05.2025
भारत बायोटेक का ओरल हैजा टीका (HillChol)
प्रसंग
मई 2025 में भारत बायोटेक ने अपने मौखिक हैजा टीके "HillChol" के फेज-3 क्लिनिकल ट्रायल की सफलता की घोषणा की। यह उपलब्धि ऐसे समय पर सामने आई है जब एशिया और अफ्रीका के कई हिस्सों में हैजा के प्रकोप बढ़ रहे हैं, जिससे सुलभ और प्रभावी टीकों की तात्कालिक आवश्यकता महसूस हो रही है।
समाचार का सारांश
- हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक ने HillChol नामक नया ओरल हैजा टीका विकसित किया है।
- यह टीका Vibrio cholerae जीवाणु को लक्षित करता है, जो हैजा का प्रमुख कारण है।
- यह टीका विशेष रूप से कम लागत, बड़े पैमाने पर उत्पादन योग्य, और सुव्यवस्थित वितरण के लिए उपयुक्त माना जा रहा है।
टीके की विशेषताएँ
- मौखिक रूप से दिया जाने वाला टीका, इसलिए ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सामूहिक टीकाकरण के लिए उपयुक्त।
- हैजा के दो प्रमुख प्रकार – O1 और O139 के विरुद्ध सुरक्षा प्रदान करता है।
- हैजा के मुख्य लक्षण तीव्र जलीय दस्त को रोकने में मदद करता है।
- इंजेक्शन की आवश्यकता नहीं, जिससे प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मियों की कमी को कम किया जा सकता है।
- आपातकालीन परिस्थितियों जैसे बाढ़ या शरणार्थी संकट में तेजी से उपयोग किया जा सकता है।
हैजा नियंत्रण में चुनौतियाँ
- संवेदनशील क्षेत्रों में बार-बार प्रकोप
- उदाहरण: ओडिशा और बिहार के निचले इलाकों में मानसून के बाद नियमित हैजा के मामले।
- गंदा जल और खराब स्वच्छता व्यवस्था
- उदाहरण: शहरी झुग्गियों में प्रदूषित जल स्रोतों पर निर्भरता से संक्रमण बढ़ता है।
- टीके के प्रति जागरूकता और विश्वास की कमी
- उदाहरण: आदिवासी और दूरदराज के क्षेत्रों में मौखिक टीकों को लेकर संकोच और जानकारी का अभाव।
- दुर्गम क्षेत्रों में वितरण की समस्याएँ
- उदाहरण: पहाड़ी और वन क्षेत्र में कोल्ड चेन और परिवहन की कमी से टीका वितरण में विलंब।
आगे की राह
- HillChol को राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल करना
- उदाहरण: यूनिवर्सल इम्यूनाइजेशन प्रोग्राम (UIP) के अंतर्गत जोखिम-प्रवण क्षेत्रों में नियमित टीकाकरण में शामिल करें।
- जागरूकता अभियान शुरू करना
- उदाहरण: स्थानीय भाषाओं में स्कूलों व सामुदायिक केंद्रों पर अभियान, ताकि बीमारी और टीके की जानकारी मिल सके।
- स्वच्छ जल और स्वच्छता के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना
- उदाहरण: जल जीवन मिशन के तहत हर ग्रामीण घर में पाइप जल आपूर्ति सुनिश्चित करना।
- अंतरराष्ट्रीय सहयोग और वैक्सीन डिप्लोमेसी को बढ़ावा देना
- उदाहरण: Gavi और WHO जैसे वैश्विक मंचों के माध्यम से हैजा-प्रवण देशों को HillChol की आपूर्ति करना।
निष्कर्ष
भारत बायोटेक का HillChol एक ऐसा देशी समाधान है जो कम संसाधन वाले क्षेत्रों में भी हैजा जैसी रोके जाने योग्य बीमारी से निपटने की संभावना को मजबूत करता है। यदि इसे सुनियोजित तरीके से लागू किया गया, तो यह टीका न केवल भारत में, बल्कि दुनिया भर में सार्वजनिक स्वास्थ्य सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।