22.05.2025
भारत में ट्रेकोमा का उन्मूलन
प्रसंग
20 मई 2025 को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भारत को ट्रेकोमा को सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के रूप में उन्मूलित करने वाला देश घोषित किया। यह मान्यता वर्षों से चली आ रही सरकारी स्वास्थ्य कार्यक्रमों, स्वच्छता जागरूकता, और रोग नियंत्रण के प्रयासों का परिणाम है, विशेष रूप से ग्रामीण और गरीब क्षेत्रों में।
समाचार का सार
- भारत नेपाल और म्यांमार के बाद दक्षिण-पूर्व एशिया में तीसरा देश बना।
- भारत ने पहले ही 2024 में सफलता की घोषणा कर दी थी।
- WHO का प्रमाणन दर्शाता है कि भारत ने उन्मूलन के मानक पूरे कर लिए हैं।
ट्रेकोमा के लक्षण / विशेषताएँ
- Chlamydia trachomatis नामक बैक्टीरिया से होता है।
- संक्रमित आंखों, गंदे हाथों, या साझा तौलिए से फैलता है।
- इलाज न होने पर कॉर्निया क्षति के कारण अंधापन हो सकता है।
- WHO की SAFE रणनीति:
- Surgery (शल्य चिकित्सा)
- Antibiotics (एंटीबायोटिक्स)
- Facial cleanliness (चेहरे की सफ़ाई)
- Environmental improvement (पर्यावरण सुधार)
- भारत ने सामुदायिक स्तर पर एंटीबायोटिक वितरण और नेत्र शल्य चिकित्सा अपनाई।
- स्वच्छ भारत अभियान और जल स्वच्छता योजनाएं रोकथाम में सहायक रहीं।
उन्मूलन की चुनौतियाँ
- झुग्गियों और आदिवासी क्षेत्रों में खराब स्वच्छता से पुनः संक्रमण होता रहा।
- उदाहरण: राजस्थान और मध्य प्रदेश में खुले में शौच और जल संकट से संक्रमण अधिक।
- महिलाएं अधिक प्रभावित, खासकर संक्रमित बच्चों के संपर्क में रहने से।
- उदाहरण: बिहार के ग्रामीण इलाकों में महिलाओं में संक्रमण की दर 3 गुना अधिक पाई गई।
- ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं की कमी से देरी से पहचान और इलाज हुआ।
- उदाहरण: दूरस्थ क्षेत्रों में नेत्र विशेषज्ञ या उपकरण उपलब्ध नहीं थे।
- सामुदायिक संकोच के कारण एंटीबायोटिक वितरण बाधित हुआ।
- उदाहरण: उत्तर प्रदेश के कुछ गांवों में लोगों ने सरकारी दवाओं से परहेज किया।
भविष्य के लिए रास्ता
- पहले प्रभावित जिलों में स्वास्थ्य निगरानी जारी रखें।
- उदाहरण: राजस्थान और गुजरात में वार्षिक स्क्रीनिंग अभियान आवश्यक।
- स्वच्छ जल और घरेलू स्वच्छता सुधारें।
- उदाहरण: जल जीवन मिशन को ट्रेकोमा नियंत्रण से जोड़ा जाए।
- नेत्र देखभाल में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करें।
- उदाहरण: आशा कार्यकर्ता घरों में ट्रेकोमा के लक्षण पहचान सकती हैं।
- विद्यालयों में नेत्र परीक्षण शुरू करें।
- उदाहरण: मिड-डे मील निरीक्षण के साथ स्वच्छता और नेत्र परीक्षण भी हो।
निष्कर्ष
भारत की ट्रेकोमा उन्मूलन सफलता दर्शाती है कि जनसमुदाय की भागीदारी, सरकारी कार्यक्रम, और सशक्त निगरानी से स्वास्थ्य लक्ष्य हासिल किए जा सकते हैं।
अब ज़रूरी है कि स्वच्छ वातावरण और नियमित स्वास्थ्य जांच से इस रोकथाम योग्य नेत्र रोग की वापसी रोकी जाए।