22.02.025
डिजिटल ब्रांड पहचान मैनुअल
प्रारंभिक परीक्षा के लिए: डिजिटल ब्रांड पहचान मैनुअल के बारे में
|
खबरों में क्यों?
हाल ही में, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने डिजिटल ब्रांड पहचान मैनुअल (DBIM) और मुख्य सूचना अधिकारी (CIO) सम्मेलन 2025 का शुभारंभ किया।
डिजिटल ब्रांड पहचान मैनुअल के बारे में:
- इसका उद्देश्य सभी सरकारी मंत्रालयों और प्लेटफार्मों पर एक मानकीकृत और समेकित डिजिटल पहचान स्थापित करना , पहुंच, समावेशिता और नागरिक सहभागिता को बढ़ाना है।
- डीबीआईएम का प्राथमिक उद्देश्य भारत सरकार के लिए एक एकीकृत और सुसंगत डिजिटल ब्रांड बनाना है।
- यह " Gov.In : भारत सरकार के डिजिटल पदचिह्नों का सामंजस्य" पहल का हिस्सा है।
- इस पहल का उद्देश्य सरकारी वेबसाइटों को सरल और मानकीकृत करना है , ताकि विभिन्न पृष्ठभूमियों के नागरिक आसानी से आवश्यक सरकारी सेवाओं का उपयोग कर सकें।
- रंग-पट्टिका, मुद्रण और प्रतीक-शास्त्र जैसे तत्वों को मानकीकृत करके, यह मैनुअल न केवल रूप-रंग में एकरूपता सुनिश्चित करता है, बल्कि सरकार द्वारा होस्ट किए गए डेटा की अखंडता को भी मजबूत करता है।
- यह समेकित दृष्टिकोण सरकारी विभागों को राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर एक आकर्षक और विश्वसनीय ब्रांड उपस्थिति प्रस्तुत करने में सक्षम बनाएगा ।
- ये दिशानिर्देश वेबसाइटों से आगे बढ़कर मोबाइल एप्लीकेशन और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को भी कवर करते हैं, जिससे सभी डिजिटल टचपॉइंट्स पर निर्बाध उपयोगकर्ता अनुभव सुनिश्चित होता है।
डीबीआईएम पहल की विशेषताएं:
- डिजिटल पहचान में एकरूपता सुनिश्चित करने के लिए DBIM टूलकिट
- सुव्यवस्थित वेबसाइट प्रबंधन के लिए CMS प्लेटफ़ॉर्म
- केंद्रीकृत सामग्री प्रशासन के लिए केंद्रीय सामग्री प्रकाशन प्रणाली (सीसीपीएस)
- डिजिटल संचार को मानकीकृत करने के लिए सोशल मीडिया अभियान दिशानिर्देश
स्रोत: पीआईबी
डिजिटल ब्रांड पहचान मैनुअल के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
1. इसका लक्ष्य सभी सरकारी मंत्रालयों और प्लेटफार्मों पर एक मानकीकृत और एकजुट डिजिटल पहचान स्थापित करना है।
2. यह सरकारी वेबसाइटों को सरल और मानकीकृत करने पर केंद्रित है ताकि विविध पृष्ठभूमि के नागरिक आसानी से नेविगेट कर सकें।
ऊपर दिए गए कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
A.केवल 1
B.केवल 2
C. 1 और 2 दोनों
D.न तो 1 और न ही 2
उत्तर C