17.03.2025
पीएम-युवा 3.0
प्रारंभिक परीक्षा के लिए: पीएम-युवा 3.0 के बारे में, योजना की विशेषताएँ
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खबरों में क्यों?
शिक्षा मंत्रालय, उच्च शिक्षा विभाग ने हाल ही में युवा लेखकों को मार्गदर्शन देने के लिए प्रधानमंत्री योजना पीएम-युवा 3.0 का शुभारंभ किया।
पीएम-युवा 3.0 के बारे में:
- युवा लेखकों को मार्गदर्शन देने के लिए प्रधानमंत्री की योजना ( पीएम-युवा 3.0) का उद्देश्य देश में पढ़ने, लिखने और पुस्तक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए 30 वर्ष से कम उम्र के युवा और उभरते लेखकों को प्रशिक्षित करना है ।
- इस योजना से ऐसे लेखकों का एक वर्ग विकसित करने में मदद मिलेगी जो भारत के विभिन्न पहलुओं, जिसमें अतीत, वर्तमान और भविष्य शामिल हैं, पर लिख सकेंगे।
- पीएम-युवा 3.0 का उद्देश्य निम्नलिखित विषयों पर लेखकों की युवा पीढ़ी के दृष्टिकोण को सामने लाना है :
- राष्ट्र निर्माण में भारतीय प्रवासियों का योगदान ;
- भारतीय ज्ञान प्रणाली ; तथा
- आधुनिक भारत के निर्माता (1950-2025)।
- इसके अलावा, यह योजना इच्छुक युवाओं को स्वयं को अभिव्यक्त करने तथा प्राचीन एवं वर्तमान समय में विभिन्न क्षेत्रों में भारतीयों के योगदान के बारे में एक व्यापक दृष्टिकोण प्रस्तुत करने का अवसर भी प्रदान करेगी।
- कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में शिक्षा मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय पुस्तक न्यास (एनबीटी), भारत, मार्गदर्शन के सुपरिभाषित चरणों के अंतर्गत योजना का चरणबद्ध क्रियान्वयन सुनिश्चित करेगा ।
योजना की विशेषताएँ:
- प्रतियोगियों को 10,000 शब्दों का पुस्तक प्रस्ताव प्रस्तुत करने के लिए कहा जाएगा। इसमें 2000-3000 शब्दों का सारांश, एक अध्याय योजना, 7000-8000 शब्दों के दो-तीन नमूना अध्याय, एक ग्रंथ सूची और संदर्भ शामिल होंगे।
- कुल 50 लेखकों का चयन किया जाएगा। चयन एनबीटी द्वारा गठित समिति द्वारा किया जाएगा।
- जिन आवेदकों ने पीएम-युवा योजना 1.0 और पीएम-युवा योजना 2.0 के लिए अर्हता प्राप्त की थी, वे पीएम-युवा 3.0 योजना के लिए पात्र नहीं हैं।
- चयनित युवा लेखक प्रतिष्ठित लेखकों के साथ जुड़ेंगे , साहित्यिक उत्सवों में भाग लेंगे तथा विविध कार्यों में योगदान देंगे जो भारत की समृद्ध विरासत और समकालीन प्रगति को प्रतिबिम्बित करते हैं।
- इस योजना के तहत तैयार पुस्तकों को राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत द्वारा प्रकाशित किया जाएगा और अन्य भारतीय भाषाओं में अनुवाद किया जाएगा , जिससे सांस्कृतिक और साहित्यिक आदान-प्रदान को बढ़ावा मिलेगा और ' एक भारत श्रेष्ठ भारत ' को बढ़ावा मिलेगा।
- मेंटरशिप योजना के अंतर्गत प्रति लेखक को छह माह की अवधि के लिए 50,000 रुपये प्रति माह की समेकित छात्रवृत्ति ( 50,000 x 6 = 3 लाख रुपये) का भुगतान किया जाएगा।
- मेंटरशिप कार्यक्रम के अंत में लेखकों को उनकी पुस्तकों के सफल प्रकाशन पर 10% की रॉयल्टी देय होगी ।
- उन्हें अपनी पुस्तकों को बढ़ावा देने तथा राष्ट्रीय स्तर पर पढ़ने-लिखने की संस्कृति का प्रचार-प्रसार करने के लिए भी एक मंच प्रदान किया जाएगा।
स्रोत: NDTV.Com
हाल ही में खबरों में रही PM-YUVA 3.0 योजना का प्राथमिक उद्देश्य क्या है?
A. शासन और नीति-निर्माण में युवाओं की भागीदारी बढ़ाना।
B. युवाओं को उद्यमशीलता कौशल में प्रशिक्षित करना।
C. युवा और उभरते लेखकों को प्रशिक्षित करना।
D. ग्रामीण शिक्षा में प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ावा देना।
उत्तर C