28.02.2025
पेट्रीफिकेशन
प्रारंभिक परीक्षा के लिए: पेट्रीफिकेशन के बारे में
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खबरों में क्यों?
भूवैज्ञानिकों और वन अधिकारियों ने हाल ही में झारखंड के पाकुड़ जिले के बरमसिया गांव के पास राजमहल पहाड़ियों में एक दुर्लभ और अच्छी तरह से संरक्षित जीवाश्म की खोज की है।
पेट्रीफिकेशन के बारे में:
- पेट्रीफिकेशन (पेट्रोस का अर्थ है पत्थर) तब होता है जब कार्बनिक पदार्थ पूरी तरह से खनिजों द्वारा प्रतिस्थापित हो जाता है और जीवाश्म पत्थर में बदल जाता है।
- यह आमतौर पर ऊतकों के छिद्रों और अंतर- कोशिकीय तथा अंतःकोशिकीय स्थानों को खनिजों से भरकर , फिर कार्बनिक पदार्थ को घोलकर तथा उसके स्थान पर खनिजों को भरकर किया जाता है।
- इस विधि से प्रत्येक ऊतक में मूल ऊतक का पुनरुत्पादन होता है। इस प्रकार का जीवाश्मीकरण कठोर और कोमल दोनों ऊतकों में होता है।
- ऐसा आमतौर पर तब होता है जब सामग्री तलछट के नीचे दबी रहती है और लम्बे समय तक खनिज युक्त पानी के संपर्क में रहती है।
- यह प्रक्रिया जीवाश्मीकरण के कई रूपों में शामिल है और इसके कारण कई आश्चर्यजनक और खूबसूरती से संरक्षित जीवाश्म प्राप्त होते हैं।
- इस प्रकार के जीवाश्मीकरण का एक उदाहरण अश्मीकृत लकड़ी है।
स्रोतः टाइम्स ऑफ इंडिया
"पेट्रीफिकेशन" शब्द का क्या अर्थ है?
A.खनिजीकरण के बिना कार्बनिक पदार्थ का क्षय
B. खनिजों द्वारा कार्बनिक पदार्थों का पूर्ण प्रतिस्थापन
C.ठंड के माध्यम से जीवाश्मीकरण
D. जैविक सामग्री को सुखाकर उसका संरक्षण करना
उत्तर B