17.02.2025
 
यूएस-इंडिया कॉम्पैक्ट पहल                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                             
	
		
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			  प्रारंभिक परीक्षा के लिए: यूएस-इंडिया कॉम्पैक्ट पहल के बारे में 
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खबरों में क्यों?
            हाल ही में, अमेरिका के राष्ट्रपति और भारत के प्रधानमंत्री ने यूएस-इंडिया कॉम्पैक्ट पहल का शुभारंभ किया।
 
यूएस-इंडिया कॉम्पैक्ट पहल के बारे में:
	- सैन्य साझेदारी, त्वरित वाणिज्य एवं प्रौद्योगिकी के लिए अवसरों को उत्प्रेरित करने वाली ( कॉम्पैक्ट) पहल, सहयोग के प्रमुख स्तंभों में परिवर्तनकारी बदलाव लाएगी।
 
	- यह एक ऐसा ढांचा है जो प्रौद्योगिकी, व्यापार और रक्षा औद्योगिक सहयोग पर स्पष्ट ध्यान केंद्रित करते हुए सैन्य साझेदारी को गहरा करने की नींव रखेगा ।
 
	- इस पहल के तहत, उन्होंने पारस्परिक रूप से लाभकारी साझेदारी के लिए विश्वास के स्तर को प्रदर्शित करने हेतु इस वर्ष प्रारंभिक परिणामों के साथ परिणाम-संचालित एजेंडे के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की।
 
कॉम्पैक्ट पहल की मुख्य विशेषताएं:
	- नई रक्षा खरीद और विनियामक सुधार: अमेरिका-भारत प्रमुख रक्षा साझेदारी के लिए एक नया दस-वर्षीय ढांचा , जिसमें अमेरिका अतिरिक्त रक्षा बिक्री और सह-उत्पादन पहल का वचन देगा।
 
	- रक्षा प्रौद्योगिकी और सैन्य सहयोग को आगे बढ़ाना: अंतरिक्ष, वायु रक्षा, मिसाइल प्रणाली, समुद्री और समुद्री संचालन में सहयोग को बढ़ावा देना। स्वायत्त प्रणाली उद्योग गठबंधन (ASIA) के शुभारंभ से AI-सक्षम काउंटर-यूएएस और समुद्री रक्षा में नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।
 
	- आर्थिक और व्यापार विस्तार: इस घटक के तहत दोनों देशों का लक्ष्य "मिशन 500" के तहत 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करके 500 बिलियन डॉलर तक पहुंचाना है। वे 2025 तक द्विपक्षीय व्यापार समझौते के पहले चरण पर बातचीत करने की योजना बना रहे हैं, जिसमें निष्पक्ष व्यापार, राष्ट्रीय सुरक्षा और रोजगार सृजन पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
 
	- प्रौद्योगिकी और नवाचार संबंधों को मजबूत करना: यूएस-इंडिया ट्रस्ट पहल के शुभारंभ से रक्षा, एआई, अर्धचालक, क्वांटम कंप्यूटिंग, जैव प्रौद्योगिकी, ऊर्जा और अंतरिक्ष में सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।
 
	- अंतरिक्ष सहयोग और महत्वपूर्ण खनिज साझेदारी को बढ़ावा देना: अंतरिक्ष सहयोग को गहरा करने के लिए INDUS-X प्लेटफॉर्म से प्रेरित INDUS इनोवेशन की शुरुआत की गई है, जो अंतरिक्ष और उभरती तकनीक में शैक्षणिक और औद्योगिक साझेदारी को बढ़ावा देगा।
 
	- 2025 में अंतरिक्ष सहयोग: नासा और इसरो AXIOM के माध्यम से साझेदारी करेंगे, ताकि अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर पहला भारतीय अंतरिक्ष यात्री भेजा जा सके और NISAR दोहरे-रडार उपग्रह प्रक्षेपण में तेजी लाई जा सके।
 
                                             स्रोत: फाइनेंशियल एक्सप्रेस
 
यूएस-इंडिया कॉम्पैक्ट पहल के संबंध में निम्नलिखित कथनों पर विचार करें:
1. यह सैन्य साझेदारी को गहरा करने की नींव रखेगा।
2. इन पहलों के तहत भारत और अमेरिका का लक्ष्य "मिशन 500" के तहत 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना कर 500 बिलियन डॉलर तक पहुंचाना है।
 
ऊपर दिए गए कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
A.केवल 1
B.केवल 2
C. 1 और 2 दोनों
D.न तो 1 और न ही 2
 
उत्तर C